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हिसीम पंचायत के गुमनजारा वन समिति का हुआ गठन

कसमार। कसमार प्रखंड अंतर्गत हिसीम पंचायत के गुमनजारा गांव में शनिवार को वन सुरक्षा समिति की बैठक की गई। जिसकी अध्यक्षता राजेश्वर मांझी ने की। सर्वसम्मिति से गुमनजारा वन सुरक्षा समिति का पुनर्गठन किया गया। जिसके अध्यक्ष शंकर प्रसाद टुडू, उपाध्यक्ष गोवर्धन मांझी, सह सचिव कमल दास सोरेन, सहित 15 कार्यकारिणी समिति के सदस्य चुने गए। जिसमें 6 महिलाएं भी चुनी गई। बैठक में मुख्य रूप से केंद्रीय वन सुरक्षा समिति के संयोजक  देव शरण हेंब्रम ने कहा कि वनों की सुरक्षा समिति ही कर सकती है विभाग से बन की सुरक्षा नहीं हो पाएगी और हम लोगों ने 1984 से इस कार्यक्रम को शुरूआत किया था, जो आज फली-फुली है इसलिए जंगल की सुरक्षा जरूरी है। बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय कोषाध्यक्ष कार्तिक माथा ने कहा कि जंगल की सुरक्षा के लिए अनेकों को लड़ाई लड़ी गई है और अपने हक अधिकार के लिए आगे भी लड़ाई जारी रहेगा। बच्चों को संबोधित करते हुए केंद्रीय उपाध्यक्ष विष्णु चरण महतो ने कहा कि यह विभाग और गांव का संयुक्त व्यवस्था समिति है, जिसको ग्राम वन प्रबंधन सुरक्षा समिति के नाम से जाना जाता है और इसको सरकार ने एक संकल्प के रूप में लिया है आने वाला दिन में संपूर्ण अधिकार ग्रामीणों का होगा और वन से जो उपज होगी जो आए होगा उसका 90% ग्रामीणों को मिलेगा 10% ही सरकार लेगी और विभाग द्वारा जो भी विकास के काम किया जाएगा। उसे समिति के माध्यम से कराई जाएगी इसलिए जंगल सुरक्षा समिति को मजबूत करने की जरूरत है और पूरे डिवीजन में जब पुनर्गठन हो जाएगा तो सभी समितियां का एक आम सभा किया जाएगा और आगे की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में ये थे मौजूद, केंद्रीय सदस्य आनंद महतो, श्रीराम महतो, प्रखंड अध्यक्ष गंगाधर महतो, केंद्रीय समिति के अध्यक्ष काशीनाथ सोरेन, शंकर टुडू, शिकारी मांझी, नरेश सोरेन, रामदास मांझी, जयदेव टुडू, रामचरण मांझी, उर्मिला देवी, संजोती देवी, मंगोत्री देवी, बेलो देवी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

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