कसमार (बोकारो)। कसमार प्रखंड अंतर्गत केदला ग्राम वन प्रबंधन सह संरक्षण समिति केदला की बैठक रविवार को कमलनाथ सोरेन की अध्यक्षता में हुई। जिसमें केदला समिति का पुनर्गठन किया गया। सर्वसम्मति से काशीनाथ सोरेन को अध्यक्ष, लालदेव हेंब्रम को उपाध्यक्ष , छत्रु मांझी को सह सचिव सहित 15 कार्यकारिणी समिति के सदस्य चुने गए। बैठक में मुख्य रूप से वन पर्यावरण सुरक्षा समिति के केंद्रीय उपाध्यक्ष विष्णु चरण महतो, केंद्रीय सदस्य आनंद महतो, गुमानजारा अध्यक्ष शंकर टुडू उपस्थित थे। बैठक को संबोधित करते हुए आनंद महतो ने कहा कि जंगल की सुरक्षा करने से गांव वालों को काफ़ी लाभ होती है इसलिए जंगल की सुरक्षा हम सब को करना चाहिए। केंद्रीय उपाध्यक्ष विष्णु चरण महतो ने कहा 35 साल से समिति बनाकर के पूरे उत्तरी छोटा नागपुर स्तर पर वन सुरक्षा का एवं पर्यावरण का कार्य करते आ रहे हैं और इस बीच में करीब 354 समितियां का गठन करके जंगल को हरा-भरा में बदल दिए। किंतु कहीं कहीं पर समिति के उदासीनता के कारण जंगल कट रहा हैं उनकी सुरक्षा हम सबों की जिम्मेदारी है सरकार ने वनों की सुरक्षा का जिम्मा गांव वालों को दिया है। जिसमें विभाग और समिति के लोग आपस में मिल करके जंगल की सुरक्षा करेंगे तथा वनों का उपज का 90% हिस्सा गांव वालों को दिया जाएगा। शेष 10 परसेंट ही सरकार लेगी इसलिए सभी गांव वाले अपना-अपना जंगल का सुरक्षा स्वयं करें ताकि आने वाला दिन में इसका फायदा मिल सके। बैठक में कालेश्वर मांझी, लखिंदर हेंब्रम, शंकर टुडू, काशीनाथ सोरेन, कुलसी देवी, चंपा देवी, सुकुरमनी देवी, विनोती देवी, अंजली देवी, बसंती देवी, कविता कुमारी, राजेश कुमार मुर्मू, बृजेश कुमार मुर्मू , छत्रु मांझी उर्मिला देवी, लालदेव मुर्मू, बेल मनी देवी, सांवती देवी, कार्तिक मांझी सूरूवाला देवी आदि ग्रामीण उपस्थित थे।