बोकारो विधायक श्वेता सिंह के नाम दो पैन कार्ड और चार वोटर आईडी कार्ड का मामला पंहुचा राजभवन 

पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने राज्यपाल से की शिकायत, कहा: गंभीर अपराध की अपराधी हैं बोकारो विधायक 

BSL से HSCL पुल में  किराये पर लिये क्वार्टर का No dues सर्टिफिकेट भी छुपाया, चुनावी हलफनामा में छुपाई

बोकारो आजतक डेस्क

 Bokaro/Ranchi : बोकारो के विधायक श्वेता सिंह के नाम चार वोटर कार्ड और दो पैन कार्ड रखने का मामला राजभवन तक चला गया। 

बोकारो के पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने दस्तावेजों के साथ राज्यपाल से शिकायत कर डाली।‌ झारखंड भाजपा ने भी मोर्चा खोलते हुए इसे गंभीर अपराध करार दिया है। 

झारखंड के राज्यपाल, चुनाव आयोग और बोकारो के जिला निर्वाची पदाधिकारी से जांच की मांग करते हुए बिरंची नारायण ने इन पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।

बता दें कि विधायक श्वेता सिंह के पास दो पैन कार्ड, चार वोटर आईडी और बीएसएल से HSCL पुल से लिए गए आवास के मामले में वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में दिए गए शपथ पत्र में सच्चाई छुपाने के मामले में आज रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह के नेतृत्व में भाजपा के झारखंड के महामंत्री और राज्यसभा सदस्य आदित्य साहू, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद और बोकारो के पूर्व विधायक विरंची नारायण राज्यपाल संतोष गंगवार से मिले। श्री नारायण द्वारा लिखित मांग पत्र उन्हें सौंपा। मांग पत्र में दोनों पैन कार्ड और चार वोटर आईडी का विस्तार से वर्णन है।

 मीडिया से बात करते हुए विधायक सीपी. सिंह और श्री नारायण ने कहा कि मांग पत्र में सारी जानकारी विस्तार से दी गई है। उन्होंने कहा कि नोटरी पब्लिक से सत्यापित शपथ पत्र में श्रीमती सिंह ने चुनाव आयोग को गलत जानकारी दी है। इन्होंने जानबूझकर BSL द्वारा HSCL पुल से मिले आवास का ” नो ड्यूज ” का प्रमाण पत्र नहीं दिया। जिसका देना अनिवार्य है। सरकारी दस्तावेज के अनुसार उनके दो पिता, दो नाम, दो पति ( संग्राम सिंह और डॉक्टर संग्राम सिंह ), 39, 41और 43 वर्ष के तीन उम्र हैं। अभी हमलोगों ने राज्यपाल को मांग पत्र देकर जांच और न्याय की मांग की है। अभी हम चुनाव आयोग और अन्य सरकारी एजेंसियों से भी जांच की मांग कर उचित कानूनी कार्रवाई की मांग करेंगे।

एक सवाल के ज़बाब में श्री नारायण ने कहा कि अगर फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के मामले में यूपी के समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान के बेटे अब्दुला की विधायकी जा सकती है और जेल हो सकता है तो इनको क्यों नहीं ? आगे उन्होंने कहा कि कानून सबके लिए बराबर है और हमें उम्मीद है कि एजेंसियां और महामहिम राजपाल की जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा और अगर वें दोषी होंगी तो जो कानूनन उसकी जो भी सजा होगी, वह भी मिलनी ही चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बोकारो की डीसी सह जिला निर्वाची पदाधिकारी को भी पत्र लिख कर जांच की मांग की है। अंत में पूर्व विधायक श्री नारायण ने कहा कि मैने जो कागजात के तौर पर सबूत दिए हैं, वे चीख – चीख कर कह रहें हैं कि Shwettaa Singh ने जानबूझकर यह सारे गंभीर अपराध किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि देश की ये पहली विधायक होंगी जिन्होंने ऐसा गंभीर अपराध किया है।

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