Bokaro: झारखंड में डीएमएफटी फंड का खजाना है। जितना और जैसा इच्छा करे जिला समिति को खर्च करने की छूट है। खनन राजस्व से मिले इस रूपये की भारी लूट है। चलिए बात करते हैं जिले में स्थानीय बेरोजगार युवाओं को रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण के लिए कसमार प्रखंड के कमलापुर -बहादुरपुर एनएच-23 पर स्थित ज्ञानशिला परिसर में संचालित बोकारो खनन कौशल प्रशिक्षण केंद्र की। आउटसोर्सिंग कंपनी ट्रेनिंग पार्टनर ‘कॉट्रेस्ट एकाडेमी प्राइवेट लिमिटेड” ने खानापूर्ति कर लाखों रूपये समेटकर चली गई।
बता दें कि यहां खनन से संबंधित माइन इलेक्ट्रिशियन, माइन वेल्डर, होपर मेकेनिक डंपर टपर आपरेटर, एकसावेटर ऑपरेटर व लोडर ऑपरेटर का प्रशिक्षण दिये जाने योजना थी।
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के प्रतिनिधि श्रीधर कुमार महतो ने उपायुक्त को चिट्टी लिखकर जांच की मांग करते हुए कहा है कि संस्थान में कितने बेरोजगार युवाओं को और किसको किसको दी गई कौई सटीक आंकड़े नहीं है। ट्रेनी को रहने और खाने की निःशुल्क व्यवस्था थी लेकिन कौन कितने दिन रहा कोई जानकारी नहीं। सब कागजों में खानापूर्ति हुई है। प्रशिक्षण केंद्र में न तो आधुनिक लैब स्थापित था और ना योग्य व दक्ष प्रशिक्षक थे । कहा कंपनी द्वारा प्रशिक्षण के नाम पर जिले प्रशासन के लाखों रूपये बंटोरकर चली गई। लेकिन कोई स्थानीय युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण मिला और रोजगार।

