हेमंत महतो ‘हिंदीयार’
Kasmar Bokaro : जब 70 के दशक में झारखंड मुक्ति मोर्चा का जमींदारी व महाजनी प्रथा के खिलाफ आंदोलन चरम पर था। दिशोम गुरु शिबू सोरेन का धान कटनी आंदोलन गांव-गांव में विकराल रूप ले लिया था। उस समय कसमार व जरीडीह प्रखंड इलाके में आंदोलन की चिंगारी फैल चुकी थी। कसमार के निवासी कैलाश रजवार भी दलित, शोषित, पीड़ित व वंचितों के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे। गर्री गांव में इसी प्रकार का एक जमीन संबंधी मामला कैलाश रजवार और एक जमींदार के बीच हो गया। बताते हैं कि जमीन में दखल को लेकर दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया था। इस बीच मुकदमा भी चलने लगा। इसी सिलसिले में 11 सितंबर 1981 को कसमार थाना पुलिस कैलाश रजवार के घर गयी थी। कैलाश रजवार और पुलिस के बीच बातचीत होते-होते नोंक-झोंक में तब्दील हो गई। बताया जाता है कि पुलिस बलों द्वारा बन्दूक के कुंदे से कैलाश रजवार पर वार कर दिया। इससे आहत कैलाश ने पुलिस का हथियार छीनने की कोशिश की। तब बचाव करते हुए पुलिस को गोली चलानी पड़ी। जिससे कैलाश रजवार की मौत हो गई।
बताया जाता है कि उस समय झारखंड मुक्ति मोर्चा का बढ़ता प्रभाव और उग्र आंदोलन और विधि व्यवस्था बिगड़ने के भय से पुलिस ने शव को घटना स्थल से उठाकर कर साथ में थाना ले गयी। उसके बाद दूसरे दिन पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह ले गयी। जहां पोस्टमार्टम के बाद शव को गिरिडीह इलाके में ही कही दफ़ना दिया गया।
इससे उग्र होकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। स्वयं दिशोम गुरु शिबू सोरेन, बिनोद बिहारी महतो, हारू रजवार, शिवा महतो आदि नेता कसमार आकर बड़ी सभा को संबोधित करते हुए प्रत्येक वर्ष पूण्य तिथि को शहादत दिवस मनाने का निश्चय किया। तब से आजतक प्रत्येक वर्ष 11 सितंबर को झारखंड मुक्ति मोर्चा के द्वारा कसमार बाज़ार टांड़ स्थित स्मारक स्थल के सामने बड़ी सभा का आयोजन किया जाता है।
जिसमें बोकारो जिला समिति के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल होते हैं। शहीद कैलाश रजवार श्रद्धांजलि अर्पित करने की बाद उनकी विधवा को अंगवस्त्र देकर सम्मानित करते हुए सांत्वना देते करते हैं।
कल होने वाले 45 वां शहादत दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक सह राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो मुख्य अतिथि एवं चंदनकियारी विधायक उमाकांत रजक विशिष्ट अतिथि बतौर उपस्थित रहने की जानकारी दी जा रही है। 
इस कार्यक्रम में अबतक सांसद विजय हांसदा, भूतपूर्व सांसद व विधायक राजकिशोर महतो, टेकलाल महतो, भूतपूर्व मंत्री जगरनाथ महतो, रमेश सिंह मुंडा, मधु सिंह, रामचंद्र केसरी, जलेश्वर महतो, मथूरा महतो, विधायक अमित महतो, बबीता देवी, दुर्गा सोरेन, अर्जून राम महतो, नगेन्द्र महतो जैसे नेता पूण्यतिथि में कसमार आकर शामिल हो चुके हैं।

