
कसमार के गर्री जामा मस्जिद परिसर में हुआ इफ्तार पार्टी का आयोजन
कसमार (बोकारो)। इफ्तार पार्टी का मक़सद रोजेदारों का रोजा तोड़ने के लिए खाने और मिलने का मौका है। साथ ही भाईचारा और एकता को बढ़ावा देना है। उक्त बातें राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो ने कही। मंत्री श्री महतो शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कसमार प्रखंड के गर्री स्थित जामा मस्जिद परिसर में अंजुमन कमेटी द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद लोगों से मुखातिब थे।
मंत्री ने कहा कि इफ्तार का अर्थ है उपवास तोड़ना, और इफ्तार पार्टी रमज़ान के दौरान सूर्यास्त के बाद रोजा खोलने के लिए एक साथ भोजन करने का एक सामाजिक आयोजन है। इफ्तार पार्टी समुदाय के सदस्यों को एक साथ इकट्ठा होने, भोजन साझा करने और एक-दूसरे के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करती है, जिससे सामुदायिक भावना और भाईचारा मजबूत होता है। मंत्री ने कहा कि इफ्तार पार्टी का धार्मिक महत्व भी है। जो रमज़ान के धार्मिक अनुष्ठानों में से एक है, और यह मुसलमानों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इफ्तार पार्टियों में गरीब और अमीर एक साथ एक भोजन करते हैं जिससे सामाजिक समानता की भावना बढ़ती है।

मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष हरिलाल मांझी, संयोजक रतनलाल मांझी, मो शेरे आलम, शेखावत अंसारी, सोहेल अंसारी, बीस सूत्री अध्यक्ष दिलीप कुमार हेंब्रम, झामुमो नेता कृष्णा महतो, हरेंद्र महतो, झामुमो नेता फारूख अंसारी पूर्व मुखिया नरेश कुमार महतो, मेहरूल होदा, तनवीर आलम, मोबीन अंसारी, मासुम अली रजा, धनलाल कपरदार, जानी बाबू, कृष्णा कुमार घांसी आदि दर्जनों की तादाद में लोग शामिल थे।

