अंतिम यात्रा में बोकारो एवं रामगढ़ समेत राज्य भर के हजारों शुभचिंतक व समर्थक हुए शामिल.
मंत्री ने योगेंद्र ने कहा: भरत के असामायिक निधन से एक भुजा का बल टूट, साये की तरह देता था साथ
Bokaro/Ramgarh : गोमिया के लोकप्रिय विधायक व झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो के छोटे भाई भरत कपूर के पार्थिव शरीर को बुधवार शाम हैदराबाद से रांची लाया गया। रांची से देर शाम पैतृक गांव मुरूबंदा लाकर गुरूवार सुबह अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इसके बाद 3 किमी दूर दामोदर नदी तट पर अंतिम संस्कार किया गया। दिवंगत भरत के एकमात्र 14 वर्षीय पुत्र आदित्य कपूर ने पिता के शव को मुखाग्नि दी।
अंतिम यात्रा में शव को मंत्री योगेंद्र महतो ने स्वयं कंधा दिया। साथ में मंझोले भाई चित्रगुप्त महतो सहित मंत्री के पुत्र विनय कपूर, विपीन कपूर, राज कपूर तथा मंझोले भाई चित्रगुप्त महतो के पुत्र अभय कपूर व देव कपूर शामिल थे। शवयात्रा में बोकारो व रामगढ़ समेत राज्य भर के सरकारी अधिकारी, पार्टी नेता, कार्यकर्ता व हजारों समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान कई बार मंत्री योगेंद्र महतो भावुक होते दिखे गये। दिवंगत भाई के पुत्र आदित्य को सीने में लगाकर संभालते देखे गये। मंत्री की धर्मपत्नी व गोमिया पूर्व विधायक बबीता देवी भी भावुक हो रही थी। पत्नी दहाड़ मार कर रो रही थी।
गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, बड़कागांव विधायक रौशनलाल चौधरी, झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य, दर्जा प्राप्त मंत्री फागू बेसरा, रामगढ़ एसपी, अजय कुमार, बेरमो एसडीएम मुकेश मछुआ, मंत्री के आप्त सचिव कपिल कुमार, उमेश कुमार, झामुमो बोकारो जिलाध्यक्ष रतनलाल मांझी, महानगर अध्यक्ष मंटू यादव, विजय रजवार, भाजपा नेता विक्रम पांडेय, कसमार प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष दिलीप हेंब्रम, पेटरवार प्रखंड मुकेश महतो, गोमिया के लुदू मांझी, कसमार प्रमुख नियोती कुमारी, समेत महागठबंधन दल कांग्रेस, राजद व भाकपा माले, तथा भाजपा आजसू पार्टी के साथी तथा हजारों समर्थक भी अंतिम यात्रा में शामिल होकर श्रद्धांजलि दी है। वहीं पेटरवार, गोमिया, महुआ टांड़, तेनुघाट, रजरप्पा, रहावन थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी भी शामिल रहे।
मंत्री योगेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि चित्रगुप्त व भरत दोनों सहोदर भाई उनके दोनों भुजाओं के बल थे। अब एक भुजा का बल हमेशा के लिए टूट गया। जिसकी भरपाई नहीं की सकती। भरत असमय हम सब परिवार को छोड़कर चला गया।
बताया गया कि भरत कपूर पिछले एक महिने से अधिक समय से अस्वस्थ चल रहे थे। एक सप्ताह पूर्व तबियत खराब होने पर एयर लिफ्डेट द्वारा बेहतर ईलाज हेतु हैदराबाद स्थित एआईजी होस्पीटल में पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने पेट के लीवर संबंधी बीमारी बतायी, लगातार खून उल्टी यूरीन के साथ हो रहा था। दर्जनों बोटल ब्लड चढ़ाया गया। चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में ईलाज किया जा रहा था पर रिकवर नहीं किया जा सका।




